Himachl weather :हिमाचल में बारिश से भारी से 17 लोगों की जान गई: हिमाचल के मंडी में 113 मकान खाली कराए, चंडीगढ़ -मनाली हाईवे सहित 820 सड़कें बंद ।
हिमाचल प्रदेश में लगातार तीसरे दिन भी भारी बारिश जारी है। अभी तक 17 नागरिकों की मौत हो गई है। आज सुबह के समय ठियोग -कुमारसैन के पलवी गांव में नेपाली मूल के तीन लोगों की लैंडस्लाइड के चपेट में आने से जान चली गई। वही, मणिमहेश में लैंडस्लाड की वजह से 70 नागरिक फंस गए।
चंडीगढ़– मनाली नेशनल हाईवे सहित सारे राज्य में 828 से अधिक सड़कें, 4686 बिजली के ट्रांसफॉर्मर व 785 वाटर वकश ठप्प पड़े हैं। चंडीगढ़- मनाली हाईवे करीब 18 घंटे से जगह-जगह पर बंद है। कालका-शिमला फोरलेन हाईवे बार-बार लैंड स्लाइड होने से बंद हो रहा है।
हिमाचल के मंडी शहर में अभी तक 113 मकान खाली कराए
ब्यास के जलस्तर को देखते हुए मंडी जिला प्रशासन ने नदी के किनारे से लगभग 113 घरों को खाली करा दिया है। इनमें पंडोह में 61 घर, घ्राण में 9, खलियार पुरानी मंडी में 13, भयूली में 24 घर और पड्डल में 6 मकान को खाली करवाए गये।
आज लगभग सारे दिन बरसात होने का रेड अलर्ट
शिमला मौसम विज्ञान के निदेशक डॉ. सुरेन्द्र पाल ने बताया कि आज सारे दिन के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि आने अगले कुछ घंटों के दौरान कुल्लू, शिमला, चंबा , सोलन , सिरमौर तथा मंडी जिले के लिए फ्लैश फ्लड के लिए अलर्ट है। उन्होंने लोगों को सावधानी रखने की अपील की है।
मंडी, कुल्लू,ऊना , हमीरपुर,बिलासपुर, तथा कांगड़ा जिले में बहने वाली नदियां बीते दिन ही रौद्र रूप धारण कर चुकी हैं। कुल्लू में ब्यास के साथ पार्वती और तीर्थन नदी भी भंयकर उफान पर है। आज सतलुज का भी जलस्तर निरन्तर बढ़ रहा है।
मनाली-सोलन में बारिश का रिकॉर्ड टूटा
मनाली व सोलन में बरसात ने पिछले कई बर्षा का रिकॉर्ड टुटा है। मनाली में बीते 24 घंटे में 131.3 मि.मी. व सोलन में 107 मि. मी.बारिश हुई है। इससे पहले शहरों में 9 जुलाई 1971 को 105.1 मि.मी. तथा 17 जुलाई 2015 को भी 105 मि.मी.बारिश का रिकॉर्ड था।