किसान को वैज्ञानिकों की सलाह के मुताबिक Soyabean Ki Top 15 Variety कम बारिश में मिलेगी अधिक उत्पादन, देखें पूरी खबर ….
Soyabean Ki Top 15 Variety | सोयाबीन की खेती के लिए सोयाबीन की 15 किस्म में कैसे उत्पादन बढ़ाया जाए और कौन-कौन सी जरूरत को किसान पूरा करने के बाद उन्हें अच्छा उत्पादन होगा इसके बारे में खरगोन कृषि अनुसंधान केंद्र कृषि वैज्ञानिक आरके सिंह के द्वारा जानकारी दी गई है। इसलिए आप हमारे साथ अंत तक जुड़े रहें ताकि आपको सही और पूरी जानकारी प्राप्त हो।
उन्होंने सोयाबीन की पैदावार में आई गिरावट के बारे में दो मुख्य बातों के बारे में जानकारी दी बता दें कि उन्होंने बताया कि सोयाबीन की उत्पादन में कमी का पहला कारण मौसम में आए बदलाव के साथ और दूसरा किसान अपनी पूरी जानकारी के मुताबिक तकनीक को नहीं अपना रहे।
सोयाबीन की खेती हमारे देश के गुजरात मध्य प्रदेश राजस्थान उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र राज्य में किया जाता है और इसके अलावा भी कुछ भागों में अन्य राज्यों में भी पाया जाता है बता दें कि सोयाबीन को वैसे तिलहन और दलहन दोनों ही श्रेणी में माना जाने वाला फसल है।
सोयाबीन की टॉप 15 किस्म [Soyabean Ki Top 15 Variety]
वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके सिंह के मुताबिक किसानों को सोयाबीन की खेती करने के लिए किसानों को कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। ताकि उन्हें उत्पादन में कोई भी दिक्कत ना हो इसके लिए किसानों को सबसे पहले अपनी भूमि में अधिक पानी लगता है। तो सोयाबीन की खेती नहीं करना चाहिए बता दें कि जिसके चलते किसानों को इसके बीच के सामने और सूखने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में किसान जहां पर पानी कम हो वहां 20 जून के करीब सोयाबीन की बुवाई का कार्य कर देना चाहिए। और जहां पर 4 इंच या 100 एमएम तक बारिश होने के बाद बुवाई का कार्य करें
सोयाबीन बुवाई करने से पहले खाद
उन्होंने सोयाबीन की खेती के लिए खाद कितना डालना चाहिए उसके बारे में ही जानकारी देते हुए बताया कि जिन किसानों के पास गोबर की गली हुई खाद है। वह प्रति हेक्टेयर 100 क्विंटल तक खाद्य का इस्तेमाल करें और इसका उपयोग अंतिम जुताई के समय कर देना चाहिए।
वहीं उन्होंने रासायनिक उर्वरक के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया कि नाइट्रोजन 25, किलोग्राम 40 किलोग्राम पोटाश, 60 किलोग्राम फास्फोरस और 20 किलोग्राम सल्फर का इस्तेमाल प्रति हेक्टेयर बुवाई करते समय करें।
सोयाबीन की किस्म के नाम (Soyabean Ki Top 15 Variety Details)
सोयाबीन की किसान तीन वैरायटी की बुवाई कर सकते हैं जिसमें अगेती, मध्य और देरी से बुवाई किया जा सकता है।
सोयाबीन की जल्द पकने वाली किस्म
सोयाबीन की जल्द समय में पकने वाली ये किस्म करीब 85 से 90 दिन में पैक कर तैयार हो जाता है।
1. सोयाबीन जेएस 2034
2. सोयाबीन जेएस 9560
3. सोयाबीन आरबीएस 18
4. सोयाबीन एनआरसी 131
5. सोयाबीन एनआरसी 152
सोयाबीन की मध्यम समय पकने वाली किस्म
सोयाबीन की मध्यम समय में पकने वाली ये किस्म करीब 94 से 95 दिन में पैक कर तैयार हो जाता है।
1. सोयाबीन RBS 2001/4
2. सोयाबीन जेएस 2079
3. सोयाबीन जेएस 20954
4. सोयाबीन NRC 150
5. सोयाबीन NRC 151
सोयाबीन की किस्म देरी समय पकने वाली किस्म
सोयाबीन देरी समय में पकने वाली ये किस्म करीब 100 से 110 दिन में पककर तैयार हो जाता है।
1. सोयाबीन NRC 136
2. सोयाबीन NRC 142
3. सोयाबीन RBSM 2011/35
4. सोयाबीन RBS 76
5. सोयाबीन जीएसबी 116
इन किस्म में उत्पादन कैसा रहेगा
सोयाबीन की जो जल्द समय में पकने वाली किस्म उनका उत्पादन की बात करें तो 18 से 20 क्विंटल का उत्पादन लिया जा सकता है। वहीं जो सोयाबीन की किस्म मध्यम और देरी से पकने में समय लगता है उनका उत्पादन 21 से लेकर 22 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मिलेगा।