हरियाणा प्रदेश में किसानों के द्वारा सरसों व गेहूं की फसल निकालने के साथ ही मंडियों में आना आरंभ हो चुका है। वही इसके अलावा गेहूं, सरसों की सरकारी खरीद आरंभ हो गई है। बीते 3 से 4 दिन खराब मौसम की वजह से किसानों फसल कटाई में देरी व नुकसान हुआ है।
CM Nayab Saini का सख्त निर्देश
बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की तरफ से कहा गया कि प्रदेश में अगर किसानों को किसी अनाज मंडी में गेहूं व सरसों का उपज भीग जाता है तो फिर हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अधिकारियों के अगेंस्ट सख्त कार्रवाई किया जाएगा। सीएम की ओर से कुछ समाचार पत्रों में नारनौंद, सिरसा और नाथूसरी चौपटा की अनाज मंडियों किसानों के द्वारा लाई गई फसल के भीगने से जुड़ी खबरों पर खुद संज्ञान लिया गया और उनकी ओर से कहा गया कि जब भी किसान अपनी फसल मंडी में लेकर पहुंच जाते हैं तो फिर हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की जिम्मेवारी हो जाएगी कि किसान की फसल को बारिश आदि से सुरक्षा सुनिश्चित किया जाए।
अधिकारियों पर की जाएगी सख्त कार्रवाई
हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री की ओर से सभी अनाज मंडियों में गेहूं, सरसों का फसल बारिश से भीगने के मुद्दे को बड़ी गंभीरता से लेते हुए बताया कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी इसके लिए पाया जाता है। तो फिर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री के द्वारा निर्देश दिया गया कि जो भी इस मामले में आरोपी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बाद 15 अप्रैल तक उनको डिटेल दिया जाए कि अधिकारी की ओर से इस मामले के लिए समाधान को लेकर क्या कदम उठाया जा रहा है।
सीएम के द्वारा विभागीय अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि मौसम को लेकर नजर रखी जाए। वहीं फसल मंडी में आने वाली उनकी सुरक्षा को पहले ही तैयारी किया जाए। ताकि किसानों को किसी भी तरह से नुकसान ना हो पाए
किसानों को मंडी में नहीं हो परेशानी
इसके साथ ही हैफेड के प्रबंध निदेशक मुकुल कुमार की ओर से बताया गया कि गेहूं खरीद का कार्य को लेकर लापरवाही के चलते अधिकारियों व कर्मचारियों के अगेंस्ट कार्रवाई किया जाएगा। उनके अनुसार अधिकारियों की प्राथमिकता के आधार पर किसानों को अपनी फसल बेचते समय मंडी में कोई भी अव्यवस्था नहीं होना चाहिए। इसके अलावा सरकार के द्वारा निर्धारित किया गया कीमत पर फसल का खरीद किया जाए। उनकी ओर से अधिकारियों को निर्देश दिए जिसमें कहा गया कि गेहूं की खरीद का समय पर उठान किया जाए। वहीं किसानों को किसी तरह से कोई दिक्कत के सामना न होना चाहिए।
वहीं अधिकारियों को इस सीजन को लेकर विशेष हिदायत दिया गया है कि उत्थान का कार्य को विशेष बॉक्स रखा जाए ताकि किसानों व्यापारियों को कोई भी समस्या नहीं हो। वहीं किसानों की फसल का हर एक दाना को खरीद के लिए व्यापक प्रबंध व सुनिश्चित व्यवस्था किया गया है।
अधिकारियों के लिए जरूरी दिशा निर्देश
बता दें कि हैफेड के प्रबंध निदेशक मुकुल कुमार के द्वारा 12 अप्रैल यानी शनिवार के दिन कुरुक्षेत्र और पिपली अनाज मंडी में गेहूं की खरीद व उठान से जुड़ी सुविधाओं का जायजा लिया गया। इसके अलावा किसानों व आढ़तियों से गेहूं खरीद व उठान को लेकर बातचीत में जानकारी ली गई। इसी तरह उनके द्वारा अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिया।
उनके द्वारा मंडी में पहुंचने के बाद सर्वप्रथम गेट पास की व्यवस्था की जानकारी ली और मौजूद कर्मचारियों को जरूरी निर्देशन निर्देश दिया। इसके पश्चात उनके द्वारा फसल खरीद को लेकर जायजा लिया। फसल खरीद एजेंसियों व संबंधित अधिकारियों को फसल के खरीद कार्य को सही और सुचारू तौर पर संचालित किए जाने, गेट पास को लेकर पारदर्शिता रखने, किसानों को स्वच्छ पेयजल, सफाई व अन्य बुनियादी सुविधाओं को सही तरीके से करने, फसल के उठान को लेकर सही समय पर किया जाए और फसल की खरीद तय कीमत पर करने के लिए निर्देश दिया गया।
मुख्यमंत्री का गेहूं खरीद को लेकर सख्त निर्देश
प्रबंध निदेशक की ओर से बताया गया कि हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की तरफ से इस संबंध में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि गेहूं की खरीद व उठान को लेकर किसी तरह से कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इसको लेकर किसी तरह से कोई भी लापरवाही सहन नहीं किया जाएगा। किसानों से उनकी फसल का दाना दाना खरीद को लेकर व्यवस्था सरकार द्वारा किया गया है।