देश में बीते 1 से डेढ़ महीने के दौरान मौसम में बड़ा बदलाव आया है। कभी गर्मी तो ठंड के बीच कई बार बारिश और ओलावृष्टि हुई है। जिसके बाद किसानों की गेहूं, सरसों, चना और अन्य फसल में कई हिस्सों में काफी नुकसान हुआ है।
Crop Insurance Claim अपडेट
बता दें कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत एग्रीकल्चर इन्श्योरेन्स कम्पनी की ओर से फसल कटाई प्रयोग पर लगाई गई आपत्तियों के निस्तारण को लेकर बैठक किया गया।
शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी राजन विशाल की अध्यक्षता में इस बैठक का आयोजन पंत कृषि भवन के सभा कक्ष में मंगलवार को राज्य स्तरीय शिकायत निराकरण समिति के सदस्यों व बीमा कम्पनी के प्रतिनिधियों के साथ किया गया।
प्रात जानकारी के अनुसार किसानों का 2000 करोड़ रुपए से अधिक बीमा का राशि बीमा कंपनियों के पास रुका हुआ है। बता दें कि बीमा का राशि को लेकर बीमा कंपनी ने इंश्योरेंस देने पर आपत्ति जताया था। इसको लेकर कांग्रेस विधायक अमित चाचण के द्वारा विधानसभा में बीमा कंपनियों की ओर से किसानों को इंश्योरेंश नहीं देने का मामला उठाया था।
इस बैठक में नागौर व डीडवाना-कुचामन जिलों में खरीफ 2023 में फसल कटाई प्रयोगों की आपत्तियों के निस्तारण को लेकर शासन सचिव के द्वारा इन जिलों के अधिकारियों व बीमा कम्पनी प्रतिनिधियों के साथ बैठक में चर्चा करने के साथ पीएम फसल बीमा योजना प्रावधान के अनुरूप कार्यवाही करने को लेकर निर्देश दिया ।
अधिकारियों को राजन विशाल की ओर से निर्देशित के अनुसार वे फसल कटाई प्रयोग प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की गाईडलाइन के मुताबिक पूरे ईमानदारी के साथ समय पर तैयार किया जाए।
बता दें कि खरीफ सीजन 2023 में 1603 करोड़ रुपए ओर रबी सीजन 2023/24 का 1052 करोड़ रुपए का क्लेम पात्र फसल बीमा पॉलिसी धारक किसानों को जारी किया जा चुका है। बाकी फसल का बीमा क्लेम का राशि भी जल्द किसानों को वितरित किया जाएगा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मौजूदा सरकार के द्वारा किसानों को अभी तक तकरीबन 3349 करोड़ रुपए का राशि वितरित किया जा चुका है।