खेतों में किसानों को अपनी फसल फसल को पाकर अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए सबसे जरूरी सिंचाई की आवश्यकता होती है। वही देश भर के तकरीबन अधिकतम हिस्सों में जलस्तर कम होने के चलते किसानों के अलावा आम जन को भी कई तरह की दिक्कत बढ़ने लगी है।
किसानों को अपने खेतों में सिंचाई को लेकर कमी हमेशा से ही बना रहता है। किसानों के अलावा सरकार के द्वारा खेतों में पानी पहुंचाया जाए इसके लिए तमाम तरह की कोशिश से कार्य करती रही है। इसी तर्ज पर अब बिहार राज्य सरकार की ओर से भी किसानों को खेतों तक पानी पहुंचाने को लेकर एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है।
किसानों के लिए सिंचाई को लेकर राज्य सरकार की ओर से इन तमाम दिक्कत से छुटकारा मिल सके। इसके लिए मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना (Mukhymantri Krishi Vidyut Sambandh Yojana ) को आरंभ किया गया। बिहार सरकार की यह योजना एक महत्व कौन सी योजना जिसके चलते बिहार राज्य के किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त में बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया जाता है। ऐसे में किसानों को इस योजना में किस प्रकार से फायदा ले सकते हैं जानते हैं पूरी जानकारी…
योजना को आरंभ करने का उद्देश्य
बता दें कि बिहार राज्य में सरकार की ओर से इस योजना को ऊर्जा विभाग की ओर से चलाया जा रहा है। योजना के माध्यम से किसानों को सस्ती दर पर बिजली मुहैया कराई जा रहा है। वही इस योजना के मुख्य उद्देश्य की बात करें तो प्रदेश में हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के साथ-साथ खेती व किसानी के कार्य को और सुगम बनाना है। यह योजना प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती व निर्बाध बिजली उपलब्ध कराए जाने को लेकर बनाया गया है। जिसके चलते प्रदेश में कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिलने के अलावा किसानों की इनकम में भी बढ़ोतरी होगा। ऐसे में जिन किसानों के द्वारा इस योजना में अभी तक लाभ नहीं ले सके हैं भी जल्द से जल्द आवेदन को किया जा सकता है।
योजना में कितने किसानों को होगा फायदा
राज्य सरकार की ओर से इस योजना को सितंबर 2026 तक टोटल 8.40 लाख कृषि बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य तय किया गया है जिसमें से अभी तक किसानों को 5.81 लाख फ्री बिजली कनेक्शन दे दिया गया है। इसके अलावा किसानों को केवल 55 पैसे प्रति यूनिट की दर से ही बिजली प्राप्त होगा। जो कि डीजल के मुकाबले में बिजली से पटवन काम अब तक 10 गुना से भी ज्यादा सस्ता हो गया। जिसके चलते किसानों को खेती करने में काफी सहूलियत मिल रही है।
किसानों को योजना के तहत के फायदे
- कृषि कार्य को लेकर डेडिकेटेड फीडर
- बिजली के पोल, तारों व ट्रांसफार्मर का विस्तार
- बिजली 6.74 ₹ प्रति यूनिट की दर जिसमें से किसानों 6.19 ₹ प्रति यूनिट बिजली की सब्सिडी दिया जा रहा
- किसानों केवल 55 पैसे प्रति यूनिट की दर पर बिजली दिया जा रहा
योजना का लाभ व विशेषताएँ
किसानों को इस योजना में जरिए बिजली की सहायता से सिंचाई करने का मौका मिल रहा है। जो डीजल के मुकाबले में 10 गुना सस्ती सिंचाई करना संभव हो रहा है। जिसके चलते किसानों को खर्च होने के अलावा आय में बढ़ोतरी होगा।
किसानों को कनेक्शन को लेकर कोई भी शुल्क नहीं देना होगा। योजना में आवेदन का प्रक्रिया सरल है। जिसके लिए किसान सुविधा ऐप, बिजली वितरण कंपनी के पोर्टल या फिर स्थानीय विद्युत कार्यालय के द्वारा आवेदन किया जा सकता है।
इस योजना के जरिए कम बारिश वाले स्थानों पर खेती के कार्य में अब 12 घंटा के स्थान पर 16 घंटा बिजली उपलब्ध कराई जाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा किसानों को इस योजना के माध्यम से फ्री बिजली कनेक्शन मिल रहा है।
अब किसानों को योजना के अंतर्गत पंपसेट की सर्विस हर 400 घंटा करवा पाएंगे। जिसके कारण से किसानों को बार बार सर्विस की आवश्यकता नहीं पड़ती। वहीं इसके अलावा समय के साथ पैसा की भी बचत होगी।
बिहार सरकार की तरफ से निर्धारित कृषि विद्युत दर 6.74 रूपए में से 6.19 रुपए प्रति यूनिट सब्सिडी के तौर पर दिया जा रहा है। जिसके चलते केवल 55 पैसे प्रति यूनिट किसानों को दर से बिजली प्राप्त हो जाएगी।
कैसे करें योजना में आवेदन
👉बिहार राज्य के किसानों को इस योजना में 3 तरीके से अपना आवेदन किया जा सकता है।
👉पहला तरीका सुविधा ऐप के जरिए
👉दूसरा तरीके में ऑनलाइन आवेदन जो ndpdcl.co.in / sbpcl.co.in) वेबसाइट पर किया जा सकता है।
👉तीसरा तरीके के लिए किसान स्थानीय बिजली शिविर या नजदीकी विद्युत कार्यालय पर पहुंच कर आवेदन किया जा सकता है।