मक्का व गेहूं की खेती करने वाले किसानों को लेकर बड़ी खुशखबरी वाली खबर है। ऐसे में किसानों को प्रदेश सरकार क्या सुविधा दिया जा रहा है। आइए जानते हैं।
प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा
Natural Farming: हमारे देश में जहां पर कृषि योग्य भूमि है वहां पर की खेती का कार्य बड़े स्तर पर होता है लेकिन प्राकृतिक खेती की ओर जिन किसानों के द्वारा खेती किया जा रहा है उनको अधिक लाभ मिल रहा है। जिसको लेकर अलग-अलग राज्य सरकार के द्वारा केंद्र सरकार की ओर से भी किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।
इसी प्रकार अब जो किसान गेहूं और मक्का की खेती प्राकृतिक तरीके से कर रहे हैं उनको अपनी फसल का अच्छी कीमत भी प्राप्त करने का मौका मिल रहा है। मिलने वाला यह कीमत सरकार के द्वारा तय किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य से भी काफी अधिक है।
ऐसे में अगर किसान अपने खेतों में प्राकृतिक तरीके से खेती को किया जाए तो उन्हें स्वास्थ्य के साथ-साथ इनकम भी अधिक होगा और उनको अपनी खेती में रासायनिक खाद व कीटनाशक का इस्तेमाल भी नहीं करना पड़ेगा जिससे उन्हें खर्च भी काम होगा। बता दें कि प्राकृतिक खेती के दौरान किसानों के द्वारा रासायनिक खाद व कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं किया जाता। इसके साथ ही प्राकृतिक खेती से खेती करने योग्य भूमि में सुधार होता है और मिट्टी उपजाऊ होने के साथ-साथ पर्यावरण प्रदूषण भी नहीं होता यानी इस खेती से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं।
मक्का के भाव 3 हजार, गेहूं का भाव 4 हजार रुपए
जिन किसानों के द्वारा गेहूं की खेती प्राकृतिक तरीके से करते हैं तो उनको सरकार 4000 रुपए प्रति क्विंटल, वही मक्का की खेती के लिए प्रति क्विंटल 3000 रुपए का कीमत सरकार की ओर से दिया जा रहा है। और यह कीमत हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा दी जा रही है। बता दे कि हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुखू के द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए ऐलान किया गया। जिसमें जिन किसानों के द्वारा प्राकृतिक खेती किया जाता है और अन्य किसानों को भी अधिक लाभ प्राप्त हो उसके लिए प्राकृतिक खेती करने के तरीके पर गेहूं की कीमत 40 रुपए प्रति किलो और मक्का की कीमत 30 रुपए प्रति किलो के अनुसार सरकार के द्वारा खरीदा जाएगा
कितनी खरीद होगा 1 किसान से
ऐसे में जिन किसानों की ओर से मक्का का खेती किया जा रहा है उनको 20 क्विंटल तक मक्का बिक्री कर सकते हैं। ऐसे में मक्का के किसानों को अच्छा कीमत प्राप्त हो सकेगा। अभी तक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 1508 किसानों से अभी तक प्राकृतिक खेती से मक्का की खरीद लगभग 398 मीट्रिक टन हो चुकी है। वहीं किसानों को 1.19 करोड़ रुपए प्राप्त हो चुका है।
इस प्रकार से हिमाचल के किसान जो मक्का की खेती करने पर अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। सरकार की तरफ से प्राकृतिक खेती करने वाले किसान के लिए नेचुरल फार्मिंग का सर्टिफिकेट भी दिया जाता है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश सरकार ने किसानों उनकी उपज का अधिक कीमत देने के साथ-साथ किसानों सम्मान भी किया जा रहा है।
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