किसानों को अपनी भूमि में बुवाई के बाद जैसे जैसे समय बीतने लगता है फसल बढ़ने के बाद फसलों पर बढ़ कीट पतंगों का प्रकोप बढ़ने लगता है। ऐसे में किसानों को अपनी फसल में लगने वाली बीमारियां से बचाने के लिए नई टेक्नोलॉजी आ रही है। जिसकी मदद से किसान अपनी फसल के उत्पादन को बढ़ाने के साथ-साथ अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
Solar Light Trap Subsidy
किसान अपनी फसल को कीट पतंगों से बचाने में कई तरह की योजना को बनाकर फसल का बचाव कर रहे हैं। इसी कड़ी में किसान सोलर लाइट ट्रैप के उपयोग से फसल में कीट पतंगों से बचाव कर सकते हैं। बता दें कि हरियाणा प्रदेश सरकार की तरफ से कीट पतंगों से किसान अपनी फसल को बचाव करने में मदद मिले जिसके लिए सोलर लाइट ट्रैप (Solar Light Trap) को लेकर बंपर सब्सिडी दिया जाएगा।
कम लागत व अधिक फायदा
देश में सामान्यत: किसानों अपनी फसल में कीटों बचाव में रासायनिक कीटनाशक का प्रयोग किया जाता है। जिसका सीधा असर पर्यावरण प्रदूषण के साथ ही कीटों में सहनशीलता उत्पन्न होने लगती है। यानी कि किसानों को कीट नियंत्रण में ज्यादा डोज देना पड़ता है। जिसके चलते किसानों को अपनी फसल में अधिक लागत व स्वास्थ्य पर भी बुरा असर देखा जा सकता है।
भूमि में रसायनों का ज्यादा उपयोग करने से मिट्टी बंजर होने लगती है। इन सभी रिजल्ट के बारे ध्यान को रखते हुए सरकार के द्वारा किसानों को समन्वित कीट प्रबंधन तकनीक को लागू करने का सुझाव दिया गया है। जिसमें मुख्य सोलर लाइट ट्रैप (Solar Light Trap) है। किसान अपनी फसल में इसके लगाने के बाद कीट से बचाव में रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल कम मात्रा में करना होगा। जिससे किसानों को कम खर्च के साथ-साथ अधिक लाभ प्राप्त होगा।
सरकार कितना देगी सब्सिडी का लाभ
मीडिया खबर के अनुसार हरियाणा राज्य में हरियाणा कृषि विभाग के अनुसार किसानों को अपने खेतों में सोलर ट्रैप लाइट लगाने पर 75% का सब्सिडी मिलेगा। ऐसे में किसानों को अपनी जेब से केवल 25% हिस्सा की खर्च करने के पश्चात खेत में सोलर लाइट को लगाकर किट से अपनी फसल का बचाव किया जा सकता है। ऐसे में किसानों को अपनी फसल में इस लाइट ट्रैप को अपनाने के साथ ही उत्पादन में और आय में सहायता मिलेगी।
किस तरह से सोलर लाइट ट्रैप कार्य करती है
किसानों की जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि यह सोलर लाइट ट्रैप जिसमें 1 बल्ब लगता है। जिसको जलाने को लेकर इसमें एक सोलर प्लेट लगाई गई। जो कि दिन के समय धूप की वजह से चार्ज हो जाती है। जैसे ही दिन का समय गुजरने के बाद रात के समय के दौरान इसको जलाया जाता है तो बल्ब के आसपास कीट प्रकाश से आकर्षित होते हैं बल्ब से टकराने लगते हैं। ओर नीचे लगाए गए कीप में जाकर गिर कर कीट संग्रहण कक्ष में जाकर एकत्रित हो जाते हैं।
बता दें कि जिस कीट संग्रहण कक्ष में कीट इक्कठा हो जाते हैं वह सुरक्षा कवर हुआ रहता है। जो कि नीचे से खुला रहेगा। कीट संग्रहण कक्ष व सुरक्षा कवर के बीज वाले भाग में 2 लाइट होती हैं। दूसरी तरह की लाइट से आकर्षित लाभदायक कीट बाहर निकल जानें में सहायता मिलेगी और शत्रु कीट कुछ समय के बाद मर जाएंगे।
किस तरह से लगाए खेत में सोलर लाइट ट्रैप
किसानों को अपने खेत में सोलर लाइट ट्रैप को फसल की बुवाई के बाद ऊंचाई से करीब 2 फीट ऊपर की तरफ लगाना चाहिए। जैसे कि शाम के 7 बजे उसके बाद इसको 10 बजे तक रात के समय के दौरान प्रकाश चालू करना होगा। इसके नजदीक के किट इसके प्रकाश से आकर्षित होने ओर इसमें फंस जाते हैं।
किसान सोलर लाइट ट्रैप को लगाकर अपनी भूमि में बुवाई की गई सब्जियों, फूलों ओर अन्य फसलों में लगाकर बड़ी संख्या में कीट को पकड़ सकते हैं। जिसके चलते किसानों को अपनी फसल में होने वाले किट की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिलती है।
किस प्रकार से करें आवेदन
प्राप्त जानकारी के अनुसार कृषि विभाग के के अनुसार प्रत्येक एकड़ भूमि में 1 सोलर एलईडी लाइट ट्रैप लगाई जा सकती है। जिसमें कोई भी किसान जो कि 10 एकड़ अधिकतम सोलर लाइट ट्रैप को लगा सकते हैं। ऐसे में को किसान हरियाणा प्रदेश के निवासी हैं और अपनी जमीन पर लाइट ट्रैप लगाने की इच्छा रखते हैं तो फिर आपको मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर आवेदन किया जा सकता है। जिसके लिए किसानों की अपने आसपास के नजदीकी CSC केंद्र पर आवेदन कर पाएंगे।