गेहूं की फसल खाली होने पर किसान अपने खेत में करें ये काम, मिलेगा बंपर पैदावार, जानें पूरी जानकारी

गेहूं की फसल (Wheat Crop) खाली होने वाला है या फिर हो गया है। तो फिर ऐसे में किसान अपने खेत में करें ये काम, मिलेगा बंपर पैदावार, जानें पूरी जानकारी

Wheat Crop । रबी फसल की कटाई का कार्य चल रहा है। या फिर किसानों के द्वारा गेहूं निकालने के बाद भी किसानों को अपने नई फसल बोने के लिए कुछ तैयारी की आवश्यकता होती है जिन्हें करने के बाद अगली फसल में अधिक मुनाफा प्राप्त हो सकता है। किसानों को गेहूं कटाई के बाद नई फसल बुवाई से पहले अपने खेत की मिट्टी की जांच अवश्य करवाना चाहिए।

 

क्योंकि इसके बारे में मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सचिन कुमार (अनुवांशिकी व पादप प्रजनन विभाग) नहीं जानकारी देते हुए बताया कि जिस तरह से इंसान में कोई भी बीमारी होने पर उसका उपचार के लिए सभी जांच किया जाता है उसी प्रकार किसानों को अपनी भूमि में नई फसल बोने से पहले सभी तो की आवश्यकता अनुसार जांच करवाना आवश्यक है। Wheat Crop जिसके चलते किसानों को अपनी गेहूं की फसल के बाद मिट्टी में कौन से खाद की आवश्यकता है उसके हिसाब से डालना चाहिए।

 

 

 

Wheat Crop के बाद मिट्टी की जांच की क्यों है आवश्यकता

किसान अपने खेत की मिट्टी की जांच करवाने के बाद उनसे अपनी भूमि में पड़े सभी पोषक तत्वों और खाद की आवश्यकता के अनुसार कितना डालना है, पता चल जाता है। जिससे आने वाले समय में नई फसल में कौन सा वैरायटी का बीज लगाते हैं उससे उन्हें अधिक लाभ प्राप्त होगा और उन्हें कितना खाद डालना है इसका भी अच्छे से पता चल जाता है। जिससे किसानों को उनके खेत उर्वरक क्षमता में बढ़ोतरी होती है। वहीं किसानों को खर्च भी कम करना पड़ता है।

हमारे देश में खेती का कार्य पुराने समय से ही निरंतरता के साथ किया जा रहा है। ऐसे में बहुत से ऐसे किसान जो कई वर्षों से लगातार खेती कर रहे हैं। उनके बारे में जानकारी देते हुए डॉक्टर सचिन ने कहा कि बहुत से ऐसे किसान जिन्होंने अभी तक मिट्टी की जांच नहीं करवाया है। ऐसे में उन्हें अपनी नई फसल बोने से पहले मिट्टी की जांच अवश्य करें ताकि उन्हें अच्छा लाभ प्राप्त हो।

 

पोषक तत्वों की कमी

साथ ही उन्होंने बताया कि मिट्टी में फास्फोरस पोटाश और नाइट्रोजन की मात्रा पाया जाता है जो कि आपकी उत्पादन की क्षमता को बढ़ाने में सहायता प्रदान करती है। लेकिन बहुत से ऐसे किसान जो इस बात पर ध्यान न रखते हुए अपने खेत में अधिक पानी और खाद का उपयोग करते हैं जिसके चलते यह प्राप्त पोषक तत्व जमीन में नीचे चला जाता है। जिससे फसल में समय पर नहीं पहुंच पाते। ऐसे में किसानों को अपनी फसल का उत्पादन में दिन प्रतिदिन उत्पादन गिरावट देखने को मिलती है।

 

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